प्रकाश पालीवाल


प्रकाश पालीवाल
म्हारो राजस्थान/ राजस्थान टीवी
राजसमंद : देलवाड़ा पंचायत समिति के गोडवा भील बस्ती मे 30 मई गुरुवार तड़के घर के बाहर आंगन में मां के साथ सो रहे दो वर्षीय मासूम को पैंथर उठाकर जंगल की तरफ लेगया जहां बच्चे को नोंचकर खागया । पैंथर ने बच्चे का शरीर को बूरी तरह से नोंचने के कारण शरीर के चमड़ी और बाकी का हिस्सा पूरी तरफ से खागया सिर्फ हड्डियों का अवशेष ढांचा शेष रह गया । यह घटना गुरुवार तड़के की बताई जा रही है । बच्चे की मां को जब इसकी भनक लगी तो उसने चिल्लाना शुरू कर दिया जिसके कारण आसपास बस्ती के लोग एकत्रित हो गए और बच्चे को ढूंढना शुरू कर दिया। घटना की जानकारी देलवाड़ा पुलिस को दी गई पुलिस मौके पर पहुंची और अपने उच्च अधिकारियों को सूचित किया। पुलिस की सूचना पर वन विभाग की टीम नाथद्वारा एसडीएम डीवाईएसपी मौके पर पहुंचे घटना की पूरी जानकारी ली ।
देलवाड़ा थाना अधिकारी कमलेंद्र सिंह ने बताया कि उदयपुर जिले के कैलाशपुरी के पास सरखुर्द गांव निवासी सुरेशी पत्नी केशु लाल अपने रिश्तेदार जीजा दिलवाड़ा पंचायत समिति के गोडा भील बस्ती निवासी बालूराम के यहां अपने दो बच्चों को लेकर मिलने के लिए आई थी । बुधवार रात को खाना खाकर जीजा बालूराम परिवार के साथ घर के बाहर आंगन में सभी लोग सो गए। गुरुवार रात्रि तड़के 3:00 बजे के करीब पैंथर आया और आंगन में सो रही साली सुरेशि जिसके पास ही उसका दो वर्षीय बेटा नितेश सोया था उसको पैंथर उठाकर जंगलों की तरफ लेकर चला गया जब इसका पता मां सुरेशी को लगा तो वह चिल्लाना शुरू किया जिसे आसपास के ग्रामीण एकत्रित हो गए ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी देलवाड़ा पुलिस मय जाता मौके पर पहुंची और ग्रामीणों की मदद से बच्चे को ढूंढना शुरू किया । घर से करीब दो किलोमीटर दूर बच्चे का क्षत विक्षत शरीर और खोपड़ी हाथ पैर की उंगलियों और हड्डियां मिली बच्चे के क्षत वीक्षत शरीर को देलवाड़ा स्वास्थ्य केंद्र में पोस्टमार्टम कर शव परिजनों को सौंप दिया । घटना की जानकारी मिलते ही जिले के एडिशनल एसपी महेंद्र पारीक नाथद्वारा एसडीएम अजय अमरावत डीवाईएसपी दिनेश सुखवाल और वन विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे । घटना की पूरी जानकारी ली और परिजनों से मुलाकात की 5 लाख के मुआवजे की तत्काल घोषणा
घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंचे एडिशनल एसपी महेंद्र पारीक नाथद्वारा एसडीएम अजय अमरावत डीवाईएसपी दिनेश सुखवाल और वन विभाग के अधिकारियों ने मृतक मासूम के परिजनों को 5 लख रुपए के मुआवजे की तत्काल घोषणा की । राजसमंद वन विभाग पर उठ रहे हैं सवाल
देलवाड़ा के गोडवा भील बस्ती में हुई घटना के बाद राजसमंद वन विभाग के ऊपर सवालिया निशान खड़ा कर दिया है । 2 दिन पूर्व ही नाथद्वारा के आबादी क्षेत्र में पैंथर का मूवमेंट देखा गया था मगर वन विभाग में मौके पर कोई कार्रवाई नहीं की । वन विभाग अपनी जिम्मेदारी से कतई दूर नहीं हो सकता वन विभाग की गौर लापरवाही से एक मासूम की जान पर आ गई। यहां तक की वन विभाग अपनी संपत्ति विभाग की जमीनों को संभाल नहीं कर पा रहा है विभाग की जमीनों पर अतिक्रमण होते जा रहे हैं और विभाग कान में तेल डालकर गर्मी में ऐसी की हवा खा रहा है। ओर पैंथर अब नरभक्षी बनचुका हैं। उसको वन विभाग जल्द पकडे नहीं तो और लोगों को निवाला बनाएगा।