परिवार भेंड़ो के साथ चलता है पैदल कारवा, ऊपर से चोरों का भय
भेड़ पालक में पुलिस थाने में दर्ज कराया प्रकरण


खुशाल श्रीमाली
म्हारो राजस्थान राजस्थान टीवी
राजसमन्द : कांकरोली समीपवर्ती भावा गांव में रात्रि विश्राम के लिए रुकी हुई। भेड़ो की रेवड़ (झुंड) को भी चोरों ने नहीं छोड़ा। 50 भेड़ों को चुरा कर ले गए। इस बारे में भेड़ पालक ने पुलिस थाने में प्रकरण दर्ज कराया है।
जानकारी के अनुसार भेंड पालक सरदार पिता हीरा रेबारी देवासी उम्र 62 वर्ष निवासी मंडल रानी जिला पाली जो कि भेड़ो की रेवड़ (झुंड) को लेकर मारवाड़ से मालवा जाने के दौरान 25 नवंबर की रात्रि को भावा गांव के स्कूल के पास जाने वाले रोड के किनारे स्थित एक खेत में रात्रि विश्राम के लिए भेडों के झुण्ड को बिठाया हुआ था। रात्रि में अज्ञात चोरों ने भेंड़ो के झुंड में से 50 भेड़ को चुरा कर ले गया। 26 नवबंर की सुबह भेड़ो की गिनती की तो 50 भेड़े कम पाई गई। चोरी हुई। भेड़ों की काफी तलाश की गई परंतु भेड़ों का कहीं भी सुराग नहीं लगा । जिस पर भेड़ पालक सरदार रेबारी ने कांकरोली पुलिस थाने में चोरी का प्रकरण दर्ज कराया। सरदार रेबारी ने बताया कि भेड़ो के चोरी की घटना से उनको करीब पांच लाख रूपए का नुकसान हुआ है।
चोरी की घटना ने भेड़ पालक को झगझोरा
मारवाड़ से मालवा तक का सफर तय करने वाले भेड़ पालक प्रतिदिन पैदल चलते हुए कई किलोमीटर का रास्ता पार करते है। जिसमे चाहे जंगल में भी रात गुजारनी हो तो ये निर्भिक हो कर रात्रि मेंग विश्राम कर लेते है। इन भेड पालको को भेड़ो में मोसमी बीमारी व चोरी की घटना बुरी तरह से झकझौर कर रख देती है। भेड पालक सरदार रेबारी ने बताया कि मारवाड से पैदल पैदल मालवा का रास्ता नापने के दौरान प्रतिदिन की थकान से वो कभी नहीं घबराते है। परन्तु भेड़ों के बीमार होने व भेड़ो के चारी होने की घटना उनको बुरी तरह से झकझौर कर रख देती है। उन्होने बताया कि उनके परिवार का भरण पौषण भेड़ो के दुध की बिक्री व भेड़ो के गोबर की बिक्री से मिलने वाली राशि से होती है ऐसे में भेड़ ही चोरी हो जाए। तो परिवार के सामने विकट स्थिति उत्पन हो जाती है। उन्होने पुलिस से चोरी हुई भेड़ों का शिघ्र पता लगाने और चोरों को गिरफ्तार करने की मांग की है।