





म्हारो राजस्थान राजस्थान टीवी
राजसमन्द: नाथद्वारा विधानसभा के खमनोर पंचायत समिति जो राजसमंद जिले के देलवाड़ा ब्लॉक स्थित महात्मा गांधी राजकीय विद्यालय केसूली में कार्यरत प्रधानाचार्य माया जाटव की लापरवाही और मनमानी के कारण परेशान ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों ने उन्हें हटाने की मांग तेज कर दी है। ग्रामीणों ने भारत के शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान, राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और शिक्षा मंत्री मदन दिलावर सहित अन्य अधिकारियों को सबुतो के साथ ज्ञापन भेजकर प्रधानाचार्य माया जाटव के कार्यों का उल्लेख किया। ज्ञापन में बताया गया। कि पिछले 6 वर्षों में माया जाटव ने विद्यालय की शैक्षणिक व्यवस्था को पूरी तरह से बिगाड़ दिया है। जिसके कारण विद्यालय का ढांचा और शिक्षक दो गुटों में बंट गए हैं। ग्रामीणों का आरोप है। कि प्रधानाचार्य समय पर विद्यालय नहीं आती है। फर्जी हाजिरी भरकर सरकार को चूना लगा रही है। स्कूल के शिक्षक दिनभर मोबाइल पर विडियो देखते रहते हैं। बच्चों के लिए बने शौचालय पर अवैध रूप से प्रिंसिपल ने कब्जा कर रखा है। बच्चों से साफ-सफाई करवाने , स्कूल के शैक्षिक कार्यक्रमों के नाम पर खाना पूर्ति करने और सरकार द्वारा भेजी जाने वाली स्कूल विकास की निधि में भ्रष्टाचार के आरोप लगाकर उसका भौतिक सत्यापन करने की मांग की गई है। पत्र में लिखा गया है। कि माया जाटव की कार्यशैली की वजह से दो गुटों में बटे शिक्षकों के बीच में आए दिन मारपीट और पुलिस शिकायत हो रही है। इन तमाम वजह से केसूली के बच्चों का भविष्य अंधकार में है। इनको तत्काल यहां से हटकर किसी सही व्यक्ति को नियुक्त किया जाए l
माया जाटव का विवादों से पुराना संबंध
माया जाटव का विवादों से पुराना नाता रहा है। 2019 में केसूली विद्यालय में प्रधानाचार्य के रूप में पदस्थ होने के बाद से तानाशाही कर रही जाटव के खिलाफ ग्रामीणों ने कई बार उनकी शिकायतें शिक्षा विभाग में कीं, लेकिन अपनी ऊंची पकड़ के कारण वह हर बार बचने में कामयाब रही हैं। कुछ समय पहले, केसूली के सरपंच लीला मेघवाल ने भी माया जाटव के तानाशाही पूर्ण रवैया व भेदभावपूर्ण नीति के खिलाफ विभाग में शिकायत पत्र भेजा था।
हाल ही में, मुंबई प्रवास पर रहे शिक्षा मंत्री मदन दिलावर को केसूली के प्रवासियों ने व्यक्तिगत तौर पर ज्ञापन सौंपकर माया जाटव और शारीरिक शिक्षक गणपत सिंह को हटाने की मांग की है।