कसार में चल रहा है वैदिक संस्कार शिविर हर साल प्रदेश भर के 500 बच्चे सीख रहे हैं वेदों का ज्ञान





मनीष दवे
म्हारो राजस्थान राजस्थान टीवी
राजसमंद जिले के कसार गांव में सनातन वैदिक शिक्षण संस्थान ट्रस्ट बच्चों में वैदिक संस्कार की ज्योति जाला रखी है , वही प्रति वर्ष गर्मी की छुट्टियों के दौरान 23 साल से शिविर का आयोजन हो रहा है। और अब तक दस हजार बटुकों ने वैदिक ज्ञान प्राप्त कर सनातन संस्कृति की ध्वजा लहरा रहे ही है और हिंदू संस्कृति वैद के माध्यम से कथा परणिगृह हवन एवम वैदिक संस्कारों को हिंदू समाज के घर घर पहुंचा रहे है। शिविर में इस वर्ष 520 बटुक मंत्र जाप सीख रहे हैं । शिविर के दौरान वर्ष 2008 में मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे कसार में पहुंची थी ।वैदिक गुरुकुल खोलने के लिए दस बीघा जमीन दे चुकी । शिविर में दैनिक दिनचर्या : सुबह 5:00 बजे जागरण, 6:30 बजे से संध्या वंदन, 8: बजे अल्पाहार 8:30 के बाद से प्रथम शिक्षण सत्र जिसमें संध्या वंदन, देवता नमस्कार, भद्र सुक्तम, रूद्र सुक्तम ,रुद्राष्टाध्याई आदि सिखाया जाता हैं। 3:00 बजे से द्वितीय शिक्षण सत्र जिसमें दुर्गा सप्तशती, पौराणिक मंत्र, पंचांग ज्ञान, प्रारंभिक ज्योतिष ज्ञान ,श्रीमद् भागवत गीता पारायण आदि कराए जा रहे हैं। कीड़ा ,व्यायाम , सायं भोजन के बाद दिन भर की प्रोग्रेश जानने के साथ रात्रि विश्राम करवाया जा रहा है।संस्कार शिविर में गुजरात , महाराष्ट्र, दिल्ली ,उत्तर प्रदेश ,मध्य प्रदेश, राजस्थान के लगभग 20 जिलों के बटुक भाग ले रहे है। यहां दो बार पुर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया अपने कार्यकाल में आ चुकी हैं वर्तमान में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ,गुलाबचंद कटारिया , गिरिजा व्यास, अरुण चतुर्वेदी, बीडी कल्ला,सीपी जोशी नाथद्वारा, सीपी जोशी चित्तौड़गढ़, किरण माहेश्वरी, सुरेंद्रसिंह राठौड़ दिप्ती माहेश्वरी भी आ चुकी हैं इनके अलावा कई मंत्री , सांसद विधायक और अधिकारी भी शिविर का अवलोकन कर चुके हैं
संस्थान के अध्यक्ष पंडित उमेश द्विवेदी ने बताया कि 4 बीघा आवंटित की जमीन पर अब वेद विद्यालय बनने जा रहा है। जहा पर बटुकों को चारों वेदों का वेदाध्ययन करवाया जायेगा।जो स्थाई वेद विद्यालय होगा, संस्थान ने संस्कार विहीन होती पीढ़ी को फिर से संस्कार देने का बीड़ा उठाया हैं ।कदम जो वर्ष 2000 में सनातन वैदिक शिक्षण संस्थान कसार की स्थापना गांव के ही पंडित एवं आचार्य संस्थान के अध्यक्ष पंडित कन्हैयालाल द्विवेदी ने इस जोत को प्रारंभ किया।आज यहां पर संस्थान महामंत्री उमेश द्विवेदी कोषाध्यक्ष जितेंद्र शर्मा को बनाया गया। वही 23 वर्षों से यही से सीखे बटुक गुरु बनकर वैदिक ज्ञान दे रहे हैं जिसमें मुख्य आचार्य के रूप में आचार्य पंडित उमेश द्विवेदी, जितेंद्र शर्मा, योगेश त्रिवेदी, भरत पानेरी, गोविंद पालीवाल,प्रशांत व्यास, ओम प्रकाश शर्मा, विनोद त्रिवेदी, सुरेश दवे, मनोज शर्मा , श्रवण शर्मा , पवन शर्मा, हुकुम पालीवाल, निलेश व्यास घनश्याम पालीवाल प्रभु प्रकाश पालीवाल मयंक शर्मा ललित दवे,भरत त्रिवेदी, आदि पण्डित सिखाते हैं।मेवाड़ छेत्र का एक मात्र वैदिक विद्यालय है।