ब्राह्मण समाज को एक मंच पर लाने के साथ ही संस्कारो के साथ सशक्त बनाने का काम विप्र फाउंडेशन कर रहा है
अरुणाचल प्रदेश में भगवान परशुराम की भव्य मूर्ति की स्थापना का काम शुरू है







कृपाशंकर दवे
म्हारो राजस्थान राजस्थान टीवी
मुंबई : ठाणे के मीरा भाइंदर में विप्र फाउंडेशन zone 12 महाराष्ट्र का गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर गुरुपूजन,शपथ ग्रहण और प्रतिभा सम्मान समारोह का आयोजन सम्पन्न हुआ
गुरु पूर्णिमा के अवसर पर आयोजित गुरु पूजन,शपथ ग्रहण एवं प्रतिभा सम्मान समारोह का आयोजन शहनाई बेंकवेट हॉल कनकिया लक्ष्मी पार्क में रविवार गया था
जहा सभी गणमान्य अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन के पश्चात,जोन 12 अध्यक्ष सुभाष शर्मा ने अपना स्वागत उद्बोधन किया। संगठन महामंत्री सुरेश नागदा ने, आराध्य परशुरामजी के नाम पर, सभी नव गठित जोंन एवं चैप्टर के पदाधिकारियों को शपथ दिलाई राष्ट्रीय प्रभारी श्री किशन जोशी ने सभा को संगठन के बारे मे जानकारी दी, जॉन के महामंत्री सी ए गोविंद शर्मा ने वर्तमान मे निर्माणाधीन दौनों प्रकल्प जयपुर मे गुरु परशुराम विद्यापीठ एवं अरुणाचल प्रदेश मे परशुराम कुंड पर लगने जा रही 51 फुट ऊंची प्रतिमा के बारे मे बताया, साथ ही सजातीय बंधुओं से खुले मन से सहयोग की अपील की ।
मुख्य अतिथि विप्र फाउन्डेशन के संस्थापक सुशील ओझा प्रमुख अतिथी मीरा भाइंदर पर विधायक नरेंद्र मेहता थे। इस दौरान प्रमुख अतिथी नरेंद्र मेहता ने कहा की ब्राह्मण समाज वो समाज है।जो पहला पूजन गणपति जी का होता हैं मगर उनकी विधि विधान से पूजा अर्चना ब्राह्मण समाज के द्वारा ही कराई जाती और उसी समाज के कार्यक्रम में मुझे बुलाया मेरा सोभाग्य हैं।और समाज की एकता जरूरी है विप्र फाउन्डेशन के पदाधिकारियों को मेरा धन्यवाद की जिन्होंने समाज को एकमंच पर लाने का काम किया है ये दुनिया का कठिन काम है समाज को जोड़ना और उसके साथ ही संस्कारो को जिंदा रखना और रखवाना भगवान के मुख से निकला वो ही ब्राह्मण इसके बिना जन्म विवाह शुभ मुहूर्त और लास्ट तक ये समाज सभी के जीवन में दुख न आए सुख शांति धन ऐश्वर्य बना रहे ये भगवान से प्रार्थना करते हैं ।और आपका समाज आगे बढ़ेगा तो सनातन संस्कृति हिन्दुत्व दुनिया में बना रहेगा ।और समाज के कारण आज में भी राजनीति में हुं । समस्त ब्राह्मण समाज के लिए में हमेशा उपलब्ध रहूंगा।
इस के साथ ही विप्र फाउन्डेशन के संस्थापक सुशील ओझा ने बताया की विप्र फाउन्डेशन का गठन क्यों करना पड़ा इसको कितनी चुनौतियों से पार पाना संभव हुआ।में जहां कही गया वहा ब्राह्मण समाज के परिवारों की दयनीय स्थिति देख बहुत दुख और पीड़ा होती थी। हमारे समाज में व्यापार और उद्योग धंधे नहीं होना और गरीबी के साथ नौकरी नहीं मिलती और उसका खामियाजा परिवारों को बीमारी में उठाना पड़ता था लोगो के पास खाने पीने के साधन नहीं होना ये देख दुखी होता था ।उसके बाद मैने समाज को जोड़ने का निर्णय लिया जब शुरुआत की तभी बहुत लोगो ने कहा की ब्राह्मण एक नहीं हो सकते क्योंकि पालीवाल राजपुरोहित पराशर गुजरगोड दाधीच पुष्करणा न जाने कितनी शाखा इनको केसे जोड़े मगर प्रयास किए महानगर नगर शहर गए सबसे पहले बड़े लोगो को जोड़ा उन्होंने समाज के लिए धन देने का काम किया और 15 साल हो गए हम आज देश भर के विप्र जो जागरूक हुए और सभी जगह नगर महानगर में कमेठिया बनाई सम्मेलन किए और उसी परिणाम हैं। आज केंद्र सरकार राज्य सरकार हमारी बात समझ रहें और सहयोग भी कर रहे।आज अरुणाचल प्रदेश में भगवान परशुराम जी की 51 फुट ऊंची प्रतिमा स्थापित हो रही शिक्षा के लिए उदयपुर में कॉलेज का निर्माण जल्द पूरा होगा।
भरतपूर में गिरिराज परिक्रमा मार्ग में छात्रवास का निर्माण जयपुर में युवाओं के स्किल डेवलपमेंट और यूपीएससी सिविल सेवा के लिए कोचिंग सेंटर के साथ ऑडिटोरियम और भी कल्चरल प्रोग्राम के लिए भवन का निर्माण जल्द पूरा होगा।सूरत में समाज के लिए भवन निर्माण भी होरहा है।और भी समाज के लिए काम जो लाइन में ही उनको शुरू किया जायेगा ।हमारी संतानों को संस्कारी बनाना है जड़ों से जोड़े रखना और हर एक बच्चे और युवा को जनेऊ चोटी तिलक लगाना है।ये हमारी पहचान है। बच्चो के समय पर ब्राह्मण समाज विवाह करे चाहे साख गौत्र कोई हो मगर विप्र बन्धु अपनो में ही कराए विवाह कार्य और अरुणाचल के सीएम और वहा के मंत्री के साथ देश के गृह मंत्री अमित शाह ने बहुत अच्छा सहयोग दिया भगवान परशुराम जी की मूर्ति स्थापित करने के काम में और हमे वहा बने गेस्ट हाउस भी सोप दिया ये विप्र फाउन्डेशन के शोभाग्य की बात ही और मूर्ति का लोकार्पण भी दिसंबर तक पीएम नरेन्द्र मोदी जी के हाथो हो सकता है इस दौरान प्रतिभा सम्मान समारोह के अंतर्गत, सभी प्रतिभा शाली छात्रों का सर्टिफिकेट एवं मेडल से सम्मान किया। राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सत्य नारायण श्रीमाली,प्रताप राजपुरोहित, जगदीश शर्मा राधाकृष्ण केटर्स केंद्रीय समिति सदस्य सी ए रामअवतार शर्मा की उपस्थिति एवं योगदान महत्वपूर्ण रहा।
कार्यक्रम का संचालन सुरेश नागदा, सी ए गोविंद शर्मा एवं सी ए दयाराम पालीवाल ने किया।