वैदिक एवं पौराणिक परम्पराओं के संरक्षण एवं संवर्धन में उल्लेखनीय भागीदारी की सराहना

एम डी व्यास
म्हारो राजस्थान राजस्थान टीवी
बांसवाड़ा, 18 अगस्त गायत्री मण्डल की ओर से श्री पीताम्बरा आश्रम में आयोजित अनुष्ठानिक कार्यक्रम में वैदिक एवं पौराणिक परम्पराओं के संरक्षण-संवर्धन के क्षेत्र में आत्मीय भागीदारी के लिए चार विद्वान कर्मकाण्डी पण्डितों का सम्मान किया गया।इस अवसर पर वरिष्ठ अभिभाषक लक्ष्मीकान्त त्रिवेदी, गायत्री मण्डल के मुख्य संरक्षक, पूर्व आयुक्त दिलीप गुप्ता, संरक्षक डॉ. दिनेश भट्ट एवं उपाध्यक्ष मनोहर जीएस जोशी ने कर्मकाण्ड एवं अनुष्ठानों के विशेषज्ञ विद्वानों पं. राकेश शुक्ला, पं. पवन पाठक, पं. आशीष पण्ड्या (पिण्डारमा) एवं वयोवृद्ध कर्मकाण्डी पं. देवशंकर जोशी को उपरणा पहना कर सम्मानित किया।इन सभी का सम्मान गायत्री मण्डल के विभिन्न आयोजनों तथा प्रदोष महोत्सवों में निःशुल्क सहभागिता एवं आचार्यत्व कर्म निर्वहन करने के लिए किया गया।इस दौरान् इन सभी विद्वानों की उल्लेखनीय भागीदारी के लिए सराहना की गई और मंतव्य व्यक्त किया गया कि प्राचीन वेद, कर्मकाण्ड आदि की परम्पराओं को अक्षुण्ण बनाए रखने की दिशा में हो रहे प्रयासों में इनका योगदान अहम् रहा है।गायत्री मण्डल के वरिष्ठ उपाध्यक्ष ब्रह्मर्षि पं. दिव्यभारत पण्ड्या ने प्राच्यवि़द्याओं के प्रचार-प्रसार तथा इनसे संबंधित रचनात्मक गतिविधियों में कर्मकाण्ड के विद्वानों की उल्लेखनीय भूमिकाओं की प्रशंसा करते हुए नई पीढ़ी से पुरातन परम्पराओं से जुड़े ज्ञान एवं व्यवहारिक क्रियाविधियों का प्रशिक्षण पाकर आगे बढ़ने का आह्वान किया।