
खुशाल श्रीमाली
म्हारो राजस्थान राजस्थान टीवी
राजसमंद कुंवारिया समीपवर्ती झौर गांव में विद्यालय के पिछवाड़े खेतों की गीली मिटटी में पैंथर के पदचिन्ह दिखाई देने से ग्रामीणों में डर का वातावरण बन गया है। ग्रामीणों ने वन विभाग से पैंथर व उसके शावको को पिंजरा लगाकर पकडऩे की मांग की है।
झौर गांव के ग्रामीण पवन जाट, दीपक शर्मा आदि कार्यकर्ताओं ने बताया कि गांव के विद्यालय के पिछवाड़े स्थित खेतों में स्थित गीली मिटटी में पैंथर के पद चिन्ह साफ दिखाई दे रहे हैं। पद चिन्हों में एक वयस्क तथा दो शावक पैंथर के पद चिन्ह दिखाई दिए, ऐसे में झौर गांव के आसपास में पैंथर के कुनबे की उपस्थिति ग्रामीणों में दहशत को बढ़ा दिया है।
ग्रामीण किशन लाल जाट, नारायण लाल जाट, देवीलाल जाट, उदय राम जाट, भेरूलाल बंजारा आदि ग्रामीणों ने बताया कि खेतों में फसल बो रखी है वही पशुओं के लिए चारा भी काट कर लाते हैं ऐसे में खेतों में पैंथर कुंनबे के पद चिन्ह दिखाई दिए जिससे डर बन गया है। किसानों ने बताया कि खेतों में चारा बड़ा हो रहा है जिसके कारण बडे हुए चारे की ओट में दुबक पर पैंथर बैठ जाए तो दिखाई भी नहीं पड़ेगा ऐसे में काफी डर व भय का माहौल बन गया है। ग्रामीण डरते हुए खेती का कार्य करने को विवश हो रहे हैं। ग्रामीणों ने वन विभाग से पैंथर कुनबे को पकडऩे के लिए विशेष योजना बनाने की मांग की है।
पूर्व में भी आबादी क्षेत्र के घर में घुसा था पैंथर
झौर गांव के ग्रामीणों ने बताया कि गांव में पूर्व में भी एक पैंथर पानी की तलाश में आबादी में स्थित एक घर में घुसकर दुबक कर बैठ गया था जिसे ग्रामीणों की सजकता पेंथर को पकडऩा संभव हुआ था।