पांच दिवसीय कुंवारिया मेले का हुआ शुभारम्भ




खुशाल श्रीमाली
म्हारो राजस्थान राजस्थान टीवी
राजसमन्द:कुंवारिया जिला प्रमुख राजसमंद रतनी देवी चौधरी ने कहा कि मेले संस्कृति के संरक्षण व संवर्धन के लिए महत्वपूर्ण होते है। मेले के माध्यम से विभिन्न सस्कृतियों को समीप से देखने का अवसर मिलता है।
जिला प्रमुख चौधरी ने गुरूवार को कस्बे के मेला परिसर में पंचायत समिति राजसमंद के तत्वावधान में अयोजित 63 वें पांच दिवसीय जोहिड़ा बावजी कुंवारिया पशु मेले के उदघाटन कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उद्बोधन में कहा कि मेले सस्कृति के सरक्षण व सवर्धन में महत्वपुण होते है। वही पशुओं की नस्ल सुधार में भी मेले कारगर साबित होते है।
उन्होने कहा कि कुंवारिया पशु मेला क्षैत्र के पशुपालन के व्यवसाय में काफी कारगर साबित हुआ है। कुंवारिया मेले के माध्यम से क्षैत्र के पशुपालकों ने पशुओं की नस्ल सुधार को अपनाया है। उन्होने पशुपालन के व्यवसाय में वैज्ञानिक तकनीकी व आधुनिकता को अपनाने की आवश्यकता बताई। ताकि पशुपालन का व्यवसाय स्वरोजगार व आत्मनिर्भरता के लिए स्थाई साधन बन सके।
समारोह में उप जिला प्रमुख सोहनी देवी गुर्जर ने कहा कि पशुओं के रक्षक देवता जोहिडा बावजी के नाम से मेला है। जोहिड़ा बावजी पशुओं के रक्षक होते है। उन्होने कहा कि पशुपालन में आधुनिकता को अपना कर पशुपालन के कार्य को लाभ का सौदा बनाए। उन्होने कहा कि पशुधन की सेवा कभी निरर्थक नहीं होती है।
मेले के उदघाटन कार्यक्रम में पंचायत समिति राजसमंद के प्रधान अरविंद सिंह राठौड़ ने स्वागत भाषण दिया। विकास अधिकारी महेश कुमार गर्ग ने मेले का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। कार्यक्रम में उपखण्ड अधिकारी ब्रजेश गुप्ता, कुंवारिया तहसीलदार ललित यादव, पंचायत समिति के उपप्रधान सुरेश कुमावत, पूर्व प्रधान भवानी शंकर पालीवाल, रीना कुमावत, देउ बाई खटीक, कुंवारिया सरपंच ललित श्रीमाली,पंचायत समिति सदस्य कुसुम तातेड़, वरिष्ठ लेखाधिकारी पीसी बंशीवाल, सहायक विकास अधिकारी राजेश जोशी, भाजपा जिला महामंत्री महेश आचार्य, समाजसेवी माधव लाल चौधरी, मण्डल अध्यक्ष संपत नाथ चौहान, मुकेश जोशी, चन्द्रशेखर बागोरा, आबीसी मोर्चा के जिलाध्यक्ष जवाहर जाट, नाना लाल सिंघल, पूर्व पालिकाध्यक्ष दिनेश पालीवाल, पसस विजय गुर्जर, प्रकाश पालीवाल पुष्पा पुरबिया, सरपंच भेरूलाल जोशी, भंवर लाल गुर्जर,बामन टुकड़ा सरपंच लेहरी लाल दवे, सुंदरचा सरपंच तुलसीराम बागोरा, भंवरलाल सरगरा, केशु लाल सालवी, बंशी लाल गुर्जर, भावा के पूर्व सरपंच प्रहलाद सिंह चारण, खटामला के सरपंच हिम्मत सिंह चुण्डावत, जगदीश खण्डेलवाल, कनकमल ओस्तवाल, अधिवक्ता सोहन लाल पीपाड़़ा, रामेश्वर साहु ग्राम विकास अधिकारी महावीर सिंह खिडिय़ा, विजय सिंह शक्तावत, जोगेन्द्र शर्मा, विनोद कुमार कुमावत, सुशील दशोरा आदि ।के साथ बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि, नागरिक व पशुपालक उपस्थित थे। उदघाटन कार्यक्रम में विद्यालय के विद्यार्थियों के द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम की मनमोहक प्रस्तुतिया दी गई। आभार उपप्रधान सुरेश कुमावत के द्वारा व्यक्त किया गया। कार्यक्रम का संचालन दिनेश श्रीमाली ने किया।
अतिथियों ने की सामुहिक रूप से की पुजा
मेले के उद्घाटन समारोह के पूर्व में अतिथियों ने मेला परिसर में स्थित जोहिडा भेरूजी व जोगणिया माता जी के स्थानक पर पहुंच कर विशेष पुजा अर्चना की गई। अतिथियों ने मेले के संस्थापक कुंवारिया के पूर्व सरपंच स्व. तेजसिंह डोडिया, पूर्व प्रधान स्व. केप्टन दौलत सिंह, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष स्व. निरजननाथ आचार्य की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण करके याद किया। मेला मंच के समीप में स्थित झण्डारोहण स्थल पर अतिथियों ने गोधन की पुजा अर्चना की गई व मेले का झण्डा फहरा कर विधिवत रूप से मेले का शुभारम्भ किया।
मेले के उदघाटन कार्यक्रम में आधे से भी कम अतिथि पहुचें
पांच दिवसीय मेले के उदघाटन कार्यक्रम में निर्धारित अतिथियों मे से आधे अतिथि कार्यक्रम में नहीं पहुचे। पंचायत समिति के द्वारा मेले के उदघाटन कार्यक्रम को लेकर प्रकाशित आमंत्रण पत्र में २० अतिथियों के नाम प्रकाशित किए गए थे उसमे से मात्र ९ ही अतिथि कार्यक्रम में शिरकत की व ११ अतिथि कार्यक्रम में नहीं पहुचे। उदघाटन कार्यक्रम से दुर रहे अतिथियों में राजसमंद सांसद, राजसमंद विधायक, भाजपा के जिलाध्यक्ष, पूर्व विधायक सहित भाजपा जिला संगठन के पदाधिकारी नहीं पहुचें जिनका कि आमंत्रण पत्र में नाम जरुर था।
आमत्रंण पत्र के दुबारा से छापने की रही चर्चा
मेले के आयोजन को लेकर प्रकाशित कार्ड के दुबारा से प्रकाशित कराने का कार्य भी क्षैत्र में खुब चर्चा में रहा। मेले के उदघाटन कार्यक्रम की प्रकाशित सुची में एक भी स्थानीय व्यक्ति का नाम नहीं होने की भी खुब चर्चा रही। कुंवारिया क्षैत्र में सोशल मीडिया पर भी उदघाटन कार्यक्रम के पूर्व कार्ड को लेकर कई तरह की चर्चाए रही। उल्लेखनिय है कि समापन समारोह के पूर्व में छपे कार्ड में पन्द्रह लोगो के नाम ही अंकित थे तथा दुबारा से छापे गए कार्ड में पांच नाम और जोड कर अतिथियों की सुची को बीस तक पहुचाया गया। ऐसे में कई लोगो को पुराने कार्ड मिले तो कई को बाद में छपे हुए नए कार्ड देखने को मिले।
इस बारे में प्रधान अरविंद सिंह राठोड़ ने बताया कि उदघाटन कार्यक्रम में सभी अतिथियों से कार्यक्रम लेकर ही नाम की सुची तय की गई थी फिर भी कुछ अतिथि स्वास्थ कारणों व निजी कारणों ने सही पहुच पाए है। समापन कार्यक्रम में अतिथियों की सुची बाद में मिलने से दुबारा से कार्ड प्रकाशित किए गए थे। उदघाटन कार्यक्रम में कुंवारिया के सभी प्रबुद्यजनो का यथायोगय सम्मान व सत्कार किया गया है।
मेला परिसर में शीतल जल केन्द्रो का किया उद्घाटन मेला परिसर में भारत विकास परिषद के द्वारा स्थापित शीतल जल केन्द्रो का अतिथियों के द्वारा उदघाटन किया गया। इस अवसर पर संस्था के अभिनंदन तातेड़, विनोद तातेड़, किशन लाल प्रजापत, भेरू लाल खण्डेलवाल, सुरेश रेगर, प्रकाश सालवी, गोपाल मुन्दड़ा आदि विभिन्न हिन्दु संगठनो के कार्यकर्ता व सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित थे। पांच दिवसीय मेले में पहुचने वाले मेलार्थियों के लिए ये शीतल जल केन्द्र काफी राहत देते है। मेलार्थियों को भीड-भाड के दौरान ये स्थापित शीतल जल केन्दो के कारण पेयजल के लिए यहा से वहा भटकने से निजात मिल जाती है।मेले में भेंस व घोड़े रहे आकर्षण के केन्द्र
मेले में इस बार अन्य पशुओं के मुकाबले भेंस व घोडे मेलार्थियों के लिए काफी आकर्षण के केन्द्र बने हुए है मेले में इस बार पहले दिन की दोपहर तक ही पचास से भी अधिक सख्या में विभिन्न नस्लो के घोडे मेले में पहुच गए है वही काफी सख्या में भेंस भी मेला परिसर में पहुच गई है। विकास अधिकारी महेश गर्ग व वरिष्ठ लेखाधिकारी पीसी बंशीवाल ने बताया कि मले में काफी मेलार्थी मेले में मनोरजंन बाजार व अन्य बाजारो में भ्रमण कर रहे है वही मेला परिसर में पहुचे घोड़े व भेंस भी मेलार्थियों के लिए आकर्षण का केन्द्र रहे है। मेले में रूपाखेडा के भेस विके्रता राम लाल बंजारा, नाथु लाल बंजारा मुर्रा सांचोर नस्ल की पच्चीस भेंस लेकर आए है जिसमे नब्बे हजार से सवा दौ लाख दस तक की किमत की भेंस भी उपलब्ध है जो प्रतिदिन के दस लीटर से बीस लीटर तक दुध देती है। मेलार्थी पशुओं को देखने के लिए भी काफी सख्या में उमड रहे है व पशुओ की खरिददारी कर रहे है।
रंगारंग सास्कृति कार्यक्रम आर्केस्ट्रा का आयोजन आजपांच दिवसीय मेले में शुक्रवार की रात को मेला सास्कृतिक मंच पर रंगारंग सास्कृतिक कार्यक्रम आर्केस्ट्रा की प्रस्तुतिया दी जाएगी। पंचायत समिति सदस्य कुसुम तातेड़ ने बताया कि मेले में सास्कृति कार्यक्रम के तहत स्वच्छता व जलसरक्षण से जुडे हुए कार्यक्रमो की भी प्रस्तुतिया दी जाएगी। मले में कृषि, पशुपालन से जुडे हुए विभिन्न स्टाल लगाए गए है जिसमे कृषि विशेषज्ञों के द्वारा कृषि व पशुपालन के आधुनिकरण तकनीकी की भी जानकारी दी जारही है।