


पवन वैष्णव
म्हारो राजस्थान राजस्थान टीवी
राजसमन्द:आमेट 6 अक्टूबर तेरापंथ भवन में विराजित साध्वी विशद प्रज्ञा, साध्वी प्रशम यशा , साध्वी मनन यशा, साध्वी मंदार प्रभा ठाणा4 के सानिध्य में अणुव्रत उद्बोधन सप्ताह का छठा दिन “अनुशासन दिवस” का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ साध्वी ने नमस्कार महामंत्र व रेणू छाजेड़, अनीता छाजेड ,चेतना डांगी, रितु ढिलीवाल ने गीतिका “अनुशासन में रहकर अपना जीवन सफल बनाए” द्वारा मंगलाचरण हुआ। अनुशासन दिवस के मुख्य वक्ता ज्ञानेश्वर मेहता ने कहा की भगवान महावीर के बतायॆ गये मार्ग को आगे बढ़ाया आचार्य तुलसी ने व अणुव्रत का आंदोलन जन-जन तक पहुंचाने का प्रयास किया। अनुशासन दिवस पर अपने विचार व्यक्त किये। साध्वी विशद प्रज्ञा ने मंगल उद्बोधन में बताया कि आचार्य भिक्षु ने मर्यादा और अनुशासन को मूल नियम बताये और आज सारा धर्म संघ उन्हीं नियमों से चल रहा है। आज तेरापंथ धर्म संघ एक ही गुरु के अनुशासन में चल रहा है। इस अवसर पर निर्मल गेलडा, मनोहर लाल पितलिया, देवीलाल छाजेड़,अशोक गेलडा, मिश्रीलाल चौधरी, रोशन लाल कोठारी, धूलचंद हिरण राजा बाबू, देवेंद्र मेहता,महेंद्र बोहरा महिला मंडल शांताबाई पीतलिया (काकी), मनीषा छाजेड नवोदित बाफना, मंजू चोरडीया, पानी बाई कोठारी, सरोज देवी कोठारी, इंदु बोहरा आदि व श्रावक -श्राविकाओ की अच्छी उपस्थिति रही।