300 से अधिक स्वयं सेवकों ने लिया भाग
एक राष्ट एक शिक्षा – संत ज्ञानानंद महाराज



मनीष दवे
म्हारो राजस्थान राजस्थान टीवी
राजसमन्द:चारभुजा कस्बे में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा पथ संचलन निकाला जहां स्वयं सेवकों द्वारा कदम से कदम ताल मिलाते उद्घोष के साथ राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय चारभुजा प्रांगण से पथ संचलन प्रारंभ हुआ। जो रामतलाई ,विशल नगर ,इमली वाले बालाजी ,दरवाजा, ब्राह्मणों का चौक ,मीराबाई चौक, सूरजपोल दरवाजा, बस स्टैंड, पूर्णिया गेस्ट हाउस से सेवंत्री रोड होते हुए डाकोतीयों का दरवाजा, होली चौक ,सुनारों की गली से मंदिर चौक प्रांगण में पहुंची ।जहां पथ संचलन का बौद्धिक के साथ विराम लगा। वही बौद्धिक प्रमुख ज्ञानानंद महाराज खमनोर ने अपने उद्बोधन में कहा कि हमें एक राष्ट्र एक शिक्षा को अपनाना होगा। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार का कर्तव्य है। कि एक से 10 तक पढ़ने वाले विद्यार्थियों की एक शिक्षा होनी चाहिए। क्योंकि आज हमारे देश में कूटनीति की शिक्षा पैदा हो रही हैं। आज मुस्लिम समाज मदरसे चला कर उन समाज में उनके बच्चों में कूटनीति की भावना जन्म से ही पैदा कर रहे हैं। जिससे आगे आकर लव जिहाद एवं अन्य को कृत्य कर रहे हैं। ऐसे में एक राष्ट्र एक शिक्षा होनी जरूरी है । जाति गणना के आधार पर जातियों का विभाजन किया गया। जिससे यह अलग-अलग हुए यह मुगल साम्राज्य द्वारा किया गया। वही विभागीय बौद्धिक संघ के बौद्धिकर्ता बंसी प्रसाद वैष्णव ने कहा कि संघ को आज 99 वर्ष पूरे हो चुके हैं हमारा देश हमारा समाज संगठन की भावना को लेकर चलेगा तो आगे आने वाली पीढ़ी सही जी सकेंगी।वही कार्यक्रम के मुख्य अतिथि झीलवाड़ा ठाकुर शक्ति सिंह सोलंकी थे। कार्यक्रम में 300 से अधिक स्वयंसेवकों ने भाग लिया। कार्यक्रम का समापन साय : 6 .15 बजे तक सम्पन्न हुआ।यह जानकारी बसंतीलाल पालीवाल मारसब ने दी