
पवन वैष्णव
म्हारो राजस्थान राजस्थान टीवी
राजसमन्द:आमेट संघ दृष्टि से बने आमेट जिले के सरदारखंड खंड में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा पथ संचलन निकाला । खंड कार्यवाह सुरेंद जांगिड़ ने बताया कि संचलन राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय से शुरू हुआ। जो न्यू कॉलोनी , नया बस स्टैंड , पंचायत रोड , छीपों का मोहल्ला , महात्मा भूरी मंदिर मार्ग होकर विभिन्न मार्गों से होकर गुजरा । नन्हें से बड़े स्वयंसेवक घोष की ध्वनि के साथ कदम से कदम मिलाकर चल रहे थे ।
गणवेश पहन कर स्वयंसेवकों पर पुष्प वर्षा कर स्वागत किया । हर गली मोहल्लों में परिवारों द्वारा जगह जगह पर पथ संचलन का पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया । संपूर्ण सियाणा खंड भारत माता की जय और वंदे मातरम के नारों से संपूर्ण मार्ग गुंजायमान हो उठा । बुलडोजर के द्वारा संचालन पर पुष्प वर्षा की गई और शहर में 50 से अधिक रंगोलिया बनाकर नगर वासियों द्वारा स्वागत किया गया । विधायक सुरेंद्र सिंह राठौड़ ने भी स्वयंसेवकों पर पुष्प वर्षा कर जयघोष लगा स्वागत किया ।
संचलन पुनः राजकीय बालिका माध्यमिक विद्यालय पहुंचा । जहां पर बौद्धिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया । कार्यक्रम की अध्यक्षता खंड संघचालक फतहलाल माली और मुख्य वक्ता हरिशंकर विभाग प्रचारक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ रहे ।
मुख्य वक्ता हरिशंकर ने स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए कहा संचलन समरसता का भाव, कदम से कदम मिलाकर चलना, सब को साथ लेकर चलने का भाव पैदा करता है । आजादी के बाद पिछले 75 वर्षाे में देश ने दिन दुगनी रात चौगुनी उन्नति की है। आज देश अन्न, दुग्ध सहित अन्य क्षेत्र में स्वावलंबी बन चुका है। आज भारत विश्व में पांचवें नंबर की अर्थव्यवस्था है। देश की भौगोलिक सीमाओं में सांस्कृतिक सीमाएं बनी हुई है।
भारत को हिंदू राष्ट्र इसलिए कहा जाता है क्योंकि यहां पर जोडने वाले तत्व विद्यमान है। महात्मा बुद्ध के श्रद्धा स्थलों का पुनः निर्माण किया जा रहा है। भारत की पद्धति योग को पूरी दुनिया में स्थान दिलवाया। गुरू गोबिंद सिंह ने खालसा पंथ की स्थापना करते हुए पूरे देश से पंच प्यारों को चुना। महापुरूषों ने पूरे देश को राष्ट्र माना है। हमारी संस्कृति में भी सभी के सुख की कामना की गई है।
प्राणियों में सद्भावना की बात की जाती है। भारत प्राचीन देश है, इसके बहुत सारे प्रमाण विद्यमान है। अपनी शक्ति को पहचान कर ही हम भारत को फिर से पूरी दुनिया का सिरमोर बना सकते है। उन्होंने स्वयं सेवकों द्वारा समाज जीवन में कुछ करणीय कार्यों को भी बताया, जिनको पंच प्राण के रूप में भी जाना जाता है। जिसमें सामाजिक समरसता व सामाजिक सद्भावना, कुटुम्ब प्रबोधन, पर्यावरण, स्व गौरव (स्व का भाव) तथा नागरिक कर्त्तव्य शामिल है।
संचलन में डिप्टी ज्ञानेंद्र सिंह , थानाधिकारी ओम सिंह, प्रताप सिंह , नेमीचंद, दिलीप सिंह , भंवर सिंह
सहित पुलिस जाप्ता मौके पर मौजूद रहा ।