बैनर लगाने मोर्चा निकलने नगरसेवक तक ही सीमित क्यों?
सांसद विधायक बाहरी और वोट चाहिए स्थानीय गुजराती मारवाड़ी बाहुल्य पर टिकट हवाई उमीदवार को



कृपाशंकर दवे
म्हारो राजस्थान राजस्थान टीवी
मुम्बई: बीजेपी नेताओं को दहिसर और बोरीवली मुलुंड जो राजस्थानी गुजराती बाहुल्य जनसंख्या वाले विधानसभा क्षेत्र जहां स्थानीय कार्यकर्ताओं को दरकिनार कर बाहरी को उम्मीदवार बनाने से क्या स्थानीय कार्यकर्ताओं में वो काबिलियत नहीं दिखी या कार्यकर्ता मिले ही नहीं। बोरीवली पश्चिम में पहले विनोद तावड़े सुनील राने और अब संजय उपाध्याय को उमीदवार बनाया । जबकि दहिसर का टिकट पालघर निवासी मनीषा चौधरी को दहिसर से दिया। और तीसरी बार भी उसी टिकिट दिया जब की RSS की मैगजीन के लिए पत्रकार को बाहर से भगा दिया ये उनका इसके साथ व्यवहार मगर उनको टिकिट दिया। टिकट जब की दहिसर में भी निष्ठावान कार्यकर्ता की कमी थी। क्या ? ओर गोपाल शेट्टी जिनका लोकसभा से टिकिट काटा ओर पियूष गोयल को दिया ।अब जिसने नगर सेवक विधायक सांसद तक चुनाव दर चुनाव पार्टी को जिताया। और मनपा में भी अच्छी संख्या दी ।बीजेपी नगर सेवकों की और लोगों के काम भी कराए चाहे नगर सेवक के बीएमसी के पानी बिजली वैसे काम । उनके पास लोग गए । तो कभी पीछे नहीं हटे। और विधान सभा के लिए जब टिकिट की बारी आई तो हवाई उमीदवार को उतार दिया।क्यों नहीं भरोसा पार्टी को बोरीवली के कार्यकर्ता पर वोट चाहिए मगर टिकट तुमको नहीं । राज के पुरोहित जिनको साइड कर आया राम को वरीयता दी। दूसरी बार भी टिकिट दिया ।कारण निष्ठावान कार्यकर्ताओं नेताओं को नजर अंदाज किया जारहा। यह बीजेपी को नुकसान पहुंचाएगा।
Ac में बैठकर टिकट वितरण से आम निष्ठावान कार्यकर्ता की आत्म को मारकर किसी भी आदमी को उम्मीदवार बनाने से आज बोरीवली में पियूष गोयल के ऑफिस में कोई भी नहीं मिलता जवाब देनेवाला गोपाल शेट्टी के ऑफिस में आज भी टाइम पर मिलेगी कम भी कर रहे। और मोदीजी के नाम पर आने के बाद जनता दर्शन को तरश जाती किरीट सोमैया के साथ भी गोपाल शेट्टी जैसा हाल हुआ हे।अब भी समय हे अतुल शाह जैसे निष्ठावान कार्यकर्ता की भी अनदेखी न हो।