


मनीष दवे
म्हारो राजस्थान राजस्थान टीवी
राजसमन्द:चारभुजा द्वारा राजस्थान विद्युत संयुक्त संघर्ष समिति के आवाहन पर सोमवार को राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल सरकार के नाम ज्ञापन तैयार कर दिया गया। ज्ञापन में सरकार द्वारा विद्युत के क्षेत्र में उत्पादन प्रसारण एवं वितरण निगम में भिन्न-भिन्न प्रक्रियाओं एवं मॉडल के नाम पर विद्युत का अंधाधुंध निजीकरण ध्रुवीकरण किया जा रहा है। जिसे रोका जाए राजस्थान विद्युत संयुक्त संघर्ष समिति के आह्वान पर तहसील के विद्युत कार्यालय सहित उपखंड क्षेत्र के सभी कार्यरत कार्मिकों द्वारा विद्युत का अंधाधुन हो रहे । निजीकरण को रोका जाए क्योंकि यह नियम विरूद्ध है। वर्तमान सरकार द्वारा लोक कल्याणकारी भूमिका छोड़कर लाभ हानि के आधार पर संचालन करना सही नहीं है। पूर्व में भी वितरण क्षेत्र में तीनों डिस्काम जिसमें आउटसोर्स , एफआरटी ठेके एवं सीएलआरसी के नाम से निजी भागीदारी कर दी है। जिससे अब और विद्युत को घाटे में बताते हुए। ध्रुवीकरण करने की तैयारी शुरू की है ।अगर समय रहते विद्युत का ध्रुवीकरण व निजीकरण बंद नहीं किया। तो संपूर्ण राजस्थान में विद्युत संघर्ष समिति द्वारा आंदोलन और तीव्र किया जाएगा। ज्ञापन के समय जगदीश शर्मा ,रामेश्वर प्रजापत ,हरिकेश मीणा,महावीर, बसंती लाल, हर ख्याल रतन सिंह, आमोदर उर, नरपत सिंह ,अभिमन्यु सहित सैकड़ों कार्मिक मौजूद थे।