


मनीष दवे
म्हारो राजस्थान राजस्थान टीवी
राजसमन्द: चारभुजा के सेवंत्री आयुर्वेदिक शिविर में आयुर्वेद विभाग के डॉक्टरों के अथक प्रयास से जन्म से गूंगी एवं बहरी 15 वर्षीय ललिता सिंह परमार का न्यूरोथेरेपी से इलाज, 5 मिनट में सुनना व बोलना हुआ प्रारंभ
परिजनों की खुशी से आंखें भर आई निकटवर्ती सेवंत्री कस्बे में आयुर्वेद विभाग द्वारा आयोजित 10 दिवसीय निशुल्क भारतीय चिकित्सा पद्धति द्वारा शल्य चिकित्सा के माध्यम से लंबे समय से बीमारियों से ग्रसित रोगियों का शिविर के तहत उपचार किया जा रहे हैं। आयुर्वेद विभाग राजसमंद उपनिदेशक डॉक्टर मुखत्यार सिंह ने बताया कि शिविर में रोगियों के जटिल से जटिल बीमारियों का इलाज किया जा रहा है। जहां सेवंत्री पंचायत के किकाजी की भागल की 15 वर्षीय ललित सिंह पुत्री मांगू सिंह परमार जो की जन्म से ही गूंगी एवं बहरी थी। जिनका आयुर्वेद न्यूरोथेरेपी द्वारा सोमवार को उपचार किया गया। जो मात्र 5 मिनट में ही उसके कान के पर्दे खुल गए ।तथा सुनाई देने लगा साथ ही बोल नहीं सकती थी। जो प्रथम उच्चारण में ओम बोला उसके बाद में थोड़ी-थोड़ी बोलने लगी। वही आयुर्वेदिक न्यूरोथेरेपी के उपचार करने वाले डॉक्टर भंवर लाल शर्मा डॉक्टर नरेंद्र शर्मा ने बताया कि 10 दिवसी शिविर में ललिता को निरंतर उपचार लेने की सलाह दी गई। जिससे और भी आवाज खुल जाएगी तथा सुनाई भी देगा। वही मंगलवार को शिविर में उदयपुर के मदन मोहन मालवीय राजकीय कॉलेज के योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा के डॉक्टर आरके मेनारिया के नेतृत्व में 10 नर्सिंग छात्रों द्वारा शिविर में चल रहे पंचकर्म न्यू, अग्निकर्म ,जलोका कर्म सहित जटिल रोगों के चल रहे उपचार को देखा ।शिविर में डॉक्टर नरेंद्र शर्मा ,डॉक्टर अजय दधीच, डॉक्टर राजेश दाधीच ,डॉक्टर परसराम योगी, राम गोपाल सहित आयुर्वेद विभाग की टीम द्वारा रोगियों के उपचार किया जा रहे हैं।जहां पर चारभुजा के डॉक्टर लोकेश शर्मा ,सहयोगी रफीक, हीरालाल जोशी मौजूद थे। वही आयुर्वेद शिविर के प्रेरणा स्रोत कंपाउंड देवेंद्र शर्मा भी अपनी सेवाएं दे रहे हैं।खबर की समाचार पेपर सत्यता की पुष्टि नहीं करता ।