Friday, March 14, 2025

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भू माफिया की दादागिरी के चलते ग्रामवासी परेशान

प्रशासन पर मिली भगत का आरोप जिला कलेक्टर को दिया ज्ञापन

                     मनीष दवे

म्हारो राजस्थान राजस्थान टीवी

राजसमन्द:चारभुजा तहसील की ग्राम पंचायत उमरवास का राजस्व गांव काकरिया में गोचर भूमि को भूमाफिया द्वारा कब्जा कर पक्का निर्माण फ्लोटिंग करवा कर करोड़ों रुपए की जमीन बेचने का ग्राम वासियों ने आरोप लगाया है। ग्रामीण, दीवान सिंह, जीतू सिंह ,सुरेंद्र सिंह, देवी सिंह ,अर्जुन लाल ने जिला कलेक्टर को दिए ज्ञापन में बताया। कि प्रशासन को बार-बार मौखिक एवं लिखित रूप में अवगत कराने के बाद भी कार्रवाई नहीं होने से भू माफीयाओ के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं । जिससे तीन बीघा जमीन करोड़ों रुपयो में बेच डालने का नाम जद आरोप लगाया है।इस गोचर भूमि पर चुंडावतो का खेड़ा,टाडावाड़ा सोलंकियां, कितेला, काकरिया सहित गांव के पशुधन चरने को आते हैं ।वही गोचर भूमि ही नहीं होगी तो पशुधन कहां जाएगा। जिला कलेक्टर को दिए ज्ञापन में बताया कि भू प्रबंधक डिपार्मेंट रिवेन्यू विभाग से जमीन का सीमांकन करवा कर ग्राम वासियों को राहत दिलवाने की मांग की है। साथ ही गोचर भूमि पर पक्के निर्माण को भी ध्वस्त करवाने की बात कही। जहां ग्राम वासियों ने प्रशासन की मिली भगत का आरोप भी लगाया है। ग्रामीणों ने बताया कि पूर्व में जगह सीमांकन करवाने पर 920 मीटर चारागाह भूमि में साबित होने के बाद भी 972 मीटर तक काकरिया गांव की जमीन चारागाह भूमि में आ रही है। वहीं अवैध निर्माण को रुकवा कर पुनः सीमांकन करवाए। वही एक दिन पूर्व परिवादी द्वारा चारभुजा थाने में रिपोर्ट देखकर परिवाद देवान सिंह, सुरेंद्र सिंह, जीतू सिंह नारायण सिंह पर दर्ज करवाया था। जहां पुलिस ने चारो को जगह पर नहीं आने की बात कही तथा कार्य में कोई बाधा उत्पन्न न करने को कहा।
“”इस संबंध में थाना अधिकारी प्रीति रत्नू को पूछने पर बताया। कि परिवादी की रिपोर्ट पर मौके पर जाकर देखा वही यह मामला रेवेन्यू विभाग का है ।जो मौके पर तहसीलदार, आर आई, पटवारी द्वारा रिकॉर्ड जचने के बाद ही मसला हल हो सकेगा उसके बाद में ही कानूनी कार्रवाई हो सकेगी।””
इस संबंध में चारभुजा तहसीलदार पर्वत सिंह राठौड़ को पूछने पर बताया कि यह मामला तनाजा सेटलमेंट के समय का है। जो कस्बे की सीमा का है जहां हमने दो आरआई, दो पटवारी की कमेटी द्वारा रिपोर्ट बनाकर 5 दिन पूर्व ही जिला कलेक्टर को भेज दी। तथा यह मामला सेटलमेंट विभाग उदयपुर का है जो उदयपुर से टीम आकर सेटलमेंट करेगी।

आणखी वाचा

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