राजसमंद लोकसभा कांग्रेस प्रत्याशी ने चुनाव लडने से किया मना
राजस्थान में कांग्रेस पार्टी को लगा झटका

दिनेश पालीवाल म्हारो राजस्थान
राजसमंद :राजसमंद
लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी सुदर्शन सिंह रावत ने चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है। राजस्थान में कांग्रेस पार्टी को तगड़ा झटका लगा है। । विदेश यात्रा से लौटने के बाद उन्होंने चुनावी मैदान से हटने की घोषणा की। रावत ने पार्टी से उनके स्थान पर किसी और को उम्मीदवार बनाने का आग्रह किया है। उनके इस फैसले से पार्टी के लिए मुश्किलें खड़ी हो गई हैं। वहीं, पार्टी को अब नए सिरे से राजसमंद सीट के लिए प्रत्याशी ढूंढने के लिए मशक्कत करनी पड़ेगी।
रावत ने 2018 में भीम विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा था और जीत भी दर्ज की थी। सुदर्शन सिंह के पिता लक्ष्मण सिंह पूर्व मंत्री रहने के साथ साथ पूर्ववर्ती अशोक गहलोत सरकार में मगरा विकास बोर्ड के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। इनके दादा मेजर फतेह सिंह भी विधायक रह चुके हैं। यानी उन्हें राजनीति विरासत में मिली है।2008 में अस्तित्व में आई राजसमंद लोकसभा सीट
2008 के परिसीमन के दौरान राजसमंद लोक सभा सीट अस्तित्व में आई थी । अब तक हुए 3 आम चुनाव में एक बार कांग्रेस, जबकि दो बार भाजपा ने इस सीट पर कब्जा जमाया है। इस बार भाजपा ने महिमा विश्वराज सिंह मेवाड़ को राजसमंद से अपना प्रत्याशी बनाया है। सत्ताधारी पार्टी द्वारा उम्मीदवार घोषित किए जाने के तुरंत बाद कांग्रेस ने सुदर्शन सिंह को उम्मीदवार घोषित किया था। लोगो ने बताया वही महाराणा प्रताप के वंशज की धर्म पत्नि ( बहु) होने के नाते भी दिवेर मेवाड़ में आता है और महाराणा प्रताप मुगलों से लोहा लेने के समय मगरा क्षेत्र के सेनिको ने भी बलीदान दिया था और ये बड़ा कारण हो सकता है की राणाजी के परिवार की बहु के खिलाफ (सामने) रावत समाज नहीं खड़ा होगा।