लिखा था कुंभ मेला हैं।कोई पवित्र दिन नहीं व त्यौहार नही

पायल दवे
म्हारो राजस्थान राजस्थान टीवी
मुंबई डेस्क:इलाहाबाद:मकर संक्रांति के अमृत स्नान में एक अजीब वाकया देखने को मिला। कुछ लोग अपनी तुच्छ मानसिकता का प्रदर्शन करते हुए महाकुंभ मेला क्षेत्र में पोस्टर लेकर खड़े थे। उसमें लिखा हुआ हमारा महाकुंभ एक पाखंड है। और ऐसे ही और सारे और माईक से अलाउंस भी कर रहे थे। और अपने तर्क से संबंधित किताबें भी बांट रहे थे।
वहां से महान नागा संन्यासी गुजर रहे थे।
उन्हें धर्म का अपमान और सनातन संस्कृति का अपमान सहन नहीं हुआ और उन्होंने कर दिया वह इलाज जिसके लिए वह जाने जाते हैं।
अर्थात सनातन धर्म हिंदू संस्कृति के अपमान हमारी हिंदू सनातन संस्कृति के अपमान और दुष्प्रचार करने वाले को उसी समय उसी जगह फैसला कर दिया ।साधु संतों महात्माओं की धरती पर दुष्टों को ठीक करने संत महात्माओं साधुओं को ही आना पड़ता हैं।जय हिंदू धर्म जय सनातन संस्कृतिजय हो साधु संतों की