
बचाए गए रोते बिलखते अपनो का इंतजार करते नाव दुर्घटना के यात्री

कृपाशंकर दवे
म्हारो राजस्थान राजस्थान टीवी
फडणवीस ने कहा कि नौसेना के डॉक्टरों ने शाम साढ़े सात बजे तक 13 लोगों को मृत घोषित कर दिया, जिनमें 10 नागरिक और तीन नौसेना के जवान शामिल हैं।
नौसेना के दो गंभीर रूप से घायल कर्मियों को नौसेना अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
उन्होंने कहा कि नौसेना, तटरक्षक बल और मुंबई पुलिस ने तुरंत बचाव अभियान शुरू कर दिया।
उन्होंने बताया कि चार नौसैनिक हेलीकॉप्टर और 11 विमानों को बचाव कार्य में लगाया गया है। बचाव कार्य जारी है।
फडणवीस ने इस “अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण” त्रासदी के पीड़ितों के परिजनों को मुख्यमंत्री राहत कोष से 5 लाख रुपये की वित्तीय सहायता देने की घोषणा की।नीलकमल नाव पर कुल 110 लोग सवार थे। इस हादसे में अब तक 13 लोगों की मौत हुई मौत हुई है। वहीं, 99 लोगों को बचाया गया है।जिसमे नौसेना कर्मी भी हे।
महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई से एक बड़ी खबर सामने आई है। यहां पर गेटवे ऑफ इंडिया के पास लोगों से भरी एक नाव अचानक पलट गई। हादसा शाम 5.30 बजे के करीब का है।इस हादसा के बाद एक वीडियो सामने आया है। जिसमें पता चलता है कि जिस दौरान ये नाव समुद्र के बीच जैसे ही पहुंची नौसेना के स्पीड बात ट्रायल के दौरान बेकाबू हो जाने से यात्री बोट से जा टकराई जिसके बाद यात्री बोट में पानी भरने लगा डूबने लगी।, इस टक्कर के बाद बड़ी नाव अनिंयत्रित हो जाती है और नाव में पानी भरने लगता है। इसके बाद वह डूबती नजर आती है। नीलकमल नाव पर कुल 110 लोग सवार थे। इस हादसे में अब तक 13 लोगों की मौत हुई है । वहीं, 104 लोगों को बचाया गया है। सूत्रों के अनुसार नाव का नाम नीलकमल है और यह एलिफेंटा जा रही थी। इसी दौरान उरण, करंजा के पास डूबने लगी। इस नाव में कुल 110 लोगों के सवार होने की खबर थी। बचाए गए लोगों में 4 की हालत गंभीर है। अन्य लोगों की तलाश जारी है। घटना के तुरंत बाद नाव में सवार लोगों को बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन को अंजाम दिया गया। नौसेना, जवाहरलाल नेहरू बंदरगाह प्राधिकरण (जेएनपीए), तटरक्षक बल, येलो गेट पुलिस स्टेशन और स्थानीय मछुआरों की मदद से लोगों को बचाने का प्रयास किया गया।
मुंबई में हुए इस हादसे को लेकर महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि हमें एलीफेंटा द्वीप की ओर जा रही नीलकमल नामक नाव के दुर्घटनाग्रस्त होने की सूचना मिली है। नौसेना, तटरक्षक, बंदरगाह और पुलिस की टीमों की नावें तुरंत सहायता के लिए भेज दी गई हैं।उन्होंने कहा कि हम जिला और पुलिस प्रशासन के साथ लगातार संपर्क में हैं और सौभाग्य से, अधिकांश नागरिकों को बचा लिया गया है। हालांकि, बचाव अभियान अभी भी जारी है। बचाव अभियान के लिए सभी आवश्यक मशीनरी तैनात करने के लिए जिला प्रशासन को आदेश दिए गए हैं गेटवे ऑफ इंडिया से जिस एलिफेंटा आइलैंड तक जा रही थी वो घूमने के लिए मशहूर जगह है. पुलिस के मुताबिक, ये हादसा बुधवार दोपहर करीब चार बजे हुआ. रेस्क्यू के लिए 11 नेवी के बोट्स और तीन मरीन पुलिस और एक कोस्ट गार्ड पुलिस की नाव को लगाया गया. एक अधिकारी ने बताया कि चार हेलीकॉप्टर को भी राहत और बचाव कार्य के लिए इस्तेमाल किया गया.